Top Shiv chaisa Secrets

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

Lord, if the ocean was churned as well as the fatal poison emerged, out of the deep compassion for all, You drank the poison and saved the earth from destruction. Your throat turned blue, Therefore That you are often called Nilakantha.

बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।

भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

जो यह पाठ करे मन लाई। ता shiv chalisa lyricsl पार होत है शम्भु सहाई॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

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जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

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ब्रह्म more info – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

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